रांची: झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के.रवि कुमार ने सभी राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों से स्वच्छ, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान सभी दलों और उम्मीदवारों को आचार संहिता का पूरी तरह पालन करना चाहिए, ताकि मतदाताओं को गुमराह करने से बचा जा सके। उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिए कि राजनीतिक दल और उनके कार्यकर्ता तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर बयानबाजी से बचें और बिना प्रमाण के किसी भी प्रकार के आरोप न लगाएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी दल या नेता के निजी जीवन पर हमला न किया जाए, जो उनकी सार्वजनिक भूमिका से जुड़ा न हो।
सीईओ ने यह जानकारी निर्वाचन सदन में मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान साझा की। बैठक का उद्देश्य आदर्श आचार संहिता के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना था।
मतदान प्रक्रिया में तेजी लाने की तैयारी
के.रवि कुमार ने बताया कि मतदान के दिन वोटर टर्नआउट को बढ़ावा देने और प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सभी मतदान कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। चैन सिस्टम के तहत मतदान को सुचारु और तेज बनाने की तैयारी की गई है। सभी मतदान केंद्रों पर पीठासीन पदाधिकारी द्वारा प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट की उपस्थिति में सुबह 5:30 बजे से मॉक पोल की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यदि पोलिंग एजेंट समय पर नहीं पहुंचते हैं, तो 15 मिनट के इंतजार के बाद मॉक पोल शुरू किया जाएगा। मतदान केंद्र के अंदर मतदान कर्मियों और पोलिंग एजेंट को मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक रहेगी। साथ ही मतदाताओं को भी अपने मत की गोपनीयता बनाए रखने हेतु मोबाइल फोन का उपयोग न करने की सलाह दी गई है।
मतदान केंद्र के पास प्रचार सामग्री पर रोक
सीईओ ने बताया कि मतदान केंद्रों के 200 मीटर की सीमा में स्पष्ट मार्किंग की जाएगी। इस परिधि के बाहर ही राजनीतिक दलों के कैंप लगाने की अनुमति होगी। इन कैंपों में किसी प्रकार का पार्टी झंडा, प्रतीक चिन्ह, खाने-पीने की व्यवस्था या भीड़ जुटाने की अनुमति नहीं होगी। इस सख्ती का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को सुगम और निष्पक्ष बनाना है।
बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा, ओएसडी गीता चौबे, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।